शव का इलाज करने का मामला, पीड़ित पक्ष ने दी आत्मदाह की चेतावनी
आठ जुलाई को शहर के न्यूरो केयर एंड सर्जिकल हास्पिटल में हुई थी पूरनपुर क्षेत्र के युवक की मौत
पीलीभीत। लाश का इलाज करने समेत अन्य गंभीर आरोपों में सुर्खियों में आए न्यूरो केयर एंड सर्जिकल हाॅस्पिटल पर अब कार्रवाई की तलवार लटक रही है। शुक्रवार को पीडित पक्ष के डीएम को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की चेतावनी दी गई कि अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो वह पूरे परिवार के साथ विधान सभा के सामने आत्मदाह कर लेगा। इसके बाद प्रशासनिक अमले में हडकंप मचा हुआ है।पूरनपुर क्षेत्र के चांट फिरोजपुर गांव निवासी विष्णू को हादसे में गंभीर घायल होने के बाद परिवार के लोग जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। जहां से चिकित्सकों ने उसे शहर के न्यूरो केयर एंड सर्जिकल हाॅस्पिटल के लिए रेफर कर दिया था। मृतक के भाई राजू पुत्र प्रेमराज ने डीएम को दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि भाई को भर्ती करने के बाद चिकित्सक डाॅ चरित बोरा ने एक लाख रूपये मांगे। इसपर उन लोगों ने अपनी जमीन को गिरवी रखकर अस्पताल में रूपये जमा किए। आरोप है कि इलाज के नाम पर भाई को चार दिन तक भर्ती रखा गया। इस बीच उसे देखने तक नहीं दिया गया। आईसीयू कक्ष के पास तक नहीं जाने दिया गया। आठ जुलाई को जब परिजनों ने भाई को देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। चिकित्सक से कहने पर उसने आरोपों से बचने के लिए तुरंत शव को बरेली रेफर करने की बात कही। शव को अस्पताल से बाहर निकला गया। मृत होने के कारण एंबुलेंस के चालक ने उसे ले जाने से मना कर दिया।इधर परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक ने उन लोगों पर रूपये लेने का भी दबाव बनाया, लेकिन वह लोग उसके बहकावे में नहीं आए। पीडित पक्ष ने मामले में कार्रवाई की मांग की है। कार्रवाई न होने पर विधान सभा के सामने परिवार के साथ आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। सीएमओ ने बताया कि इस मामले में कमेटी जांच कर रही है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
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